girija shut ganpati vighan haro lyrics
Girija shut ganpati vighan haro
गिरजा सुत गणपति विघ्न हरो –girija shut ganpati vighan haro lyrics
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गिरजा सुत गणपति विघ्न हरो –
विघ्न हरो तुम सगुन करो गिरजा सुत गणपति विघ्न हरो ।
विघ्न हरो तुम सगुन करो गिरजा सुत गणपति विघ्न हरो ।
लम्बोदर गज बदन विनायक मस्तक चन्दन तिलक पड़ो।
चार भुजा मूसे की सवारी, विघ्न अमंगल देखि डरो।
हाथ में अंकुश शंख विराजै, श्वेत बदन एक दन्त खड़ो |
सुर नर मुनि सब, ध्यान धरत हैं, नहि गणपति बिन काज करो।
सुख में दुःख में और विपत में, नाम सुमिर से होय भलो।।
विनती करत हैं अरज करत हैं, विपत हमारी दूर करो ।
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