Hara pankh mukh lal lyrics
Hara pankh mukh lal lyrics हरा पंख मुख लाल सुवा
Hara pankh mukh lal lyrics
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हरा पंख मुख लाल सुवा बोलियै झन बोलै बागा में।
कहाँ से आई बादल रेखा,
कहाँ भयो घनघोर सुवा बोलियै झन बोलै बागा में।
पूरब दिशि से बादल रेखा पच्छिम दिशि घनघोर
सुवा बोलियै झन बोलै बागा में।
काहे के हाथ संदेशा भेजें कौन संदेशा लाय
सुवा बोलियै झन बोलै बागा में।
कागा के हाथ संदेशा भेजें पंछी संदेशो लाय,
सुवा बोलियै झन बोलै बागा में।
काहे को फाड़ चिट्ठी लिख भेजें काहे की स्याही बनाय,
सुवा बोलियै झन बोलै बागा में।
आँचल फाड़, चिट्ठी लिख भेजें नयननीर की स्याही,
सुवा बोलियै झन बोलै बागा में।
कहाँ सुखाऊँ मैं सर की चुनरिया कहाँ सुखाऊँ पाग,
सुवा बोलियै झन बोलै बागा में।
धूप सुखाऊँ सिर की चुनरिया छाह सुखाऊँ पाग,
सुवा बोलियै झन बोलै बागा में।
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