rang mai holi kese khelu lyrics
Rang mai holi kese khelu lyrics रंग में होली कैसे खेलूं
rang mai holi kese khelu lyrics
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रंग में होली कैसे खेलूँ री मैं साँवरिया के संग।
रंग में होली कैसे खेलूँ री मैं साँवरिया के संग ॥
घर घर से ब्रज बनिता आई,
लिए किशोरी संग,लाला लिए किशोरी संग
चन्द्र सखी हसि यों उठ बोली, लगा श्याम के अंग,
रंग में होली कैसे खेलें री में साँवरिया के संग।
रंग में होली कैसे खेलें री में साँवरिया के संग ।।
अबीर उड़ता गुलाल उड़ता, उड़ते सातों रंग।
भर पिचकारी सनमुख मारी, अखियां हो गई तंग ।।
साड़ी सरस सभी मेरो भीजो
भिज गयो सब अंग, लाला, भिज गियो सब अंग,
बज मारे को कहाँ भिगौउ, कारी कामर अंग,
रंग में होली कैसे खेलूँ री मैं साँवरिया के संग।
रंग में होली कैसे खेलूँ री मैं साँवरिया के संग ।।
चुनरी भिगोये, लहँगा भिगोये छूटौ किनारी रंग
सूरदास कौ कहा भिगोये, कारी कामर अंग
नैनन सुरमा, दाँतन मिस्सी, रंग होत भदरंग।
मसक गुलाल मले मुख ऊपर, बुरौ कृष्ण कौ संग
रंग में होली कैसे खेलें री, मैं साँवरिया के संग।
रंग में होली कैसे खेलें री, मैं साँवरिया के संग ।।
तबला बाजे सरंगी बाजे, अरू बाजे मिरदंग।
कान्हा जी की वांसुरी बाजे, राधा जी के संग ।।
रंग में होली कैसे खेलूँ री, मैं साँवरिया के संग।
रंग में होली कैसे खेलूँ री मैं साँवरिया के संग ।।
रंग में होली कैसे खेलें री, मैं साँवरिया के संग।
कोरे कोरे कलश मंगाये, तापर घोलो रंग।
भर पिचकारी सन्मुख मारी, चोली हो गई तंग।
खसम तुम्हारों बड़ों निखट्टू, चलो हमारे संग ।।
रंग में होली कैसे खेलूँ री, मैं साँवरिया के संग।
रंग में होली कैसे खेलूँ री, मैं साँवरिया के संग ।।
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