Rang mai hori kese khelu lyrics
Rang mai hori kese khelu lyrics रंग में होरी कैसे खेलूँगी, मैं साँवरिया के संग।
Rang mai hori kese khelu lyrics
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lyrics
रंग में होरी कैसे खेलूँगी, मैं साँवरिया के संग।
अबीर उड़ता, गुलाल उड़ता, उड़ते सातों रंग।
भर पिचकारी सनमुख मारी, अंगिया हो गई तंग।
बिरज में होली कैसे खेलू री, मैं साँवरिया के संग ।।
तबला बाजे, सरंगी बाजे और बाजे मृदंग। कान्हा जी की बासुरी बाजे, राधा जी के
संग।
बिरज में होली कैसे खेलू री, मैं साँवरिया के संग ।।
कोरे-कोरे मटक मगाये, ता पर घोला रंग।
भर पिचकारी सनमुख मारी, सखियां हो गई दंग।
बिरज में होली कैसे खेलू री, मैं साँवरिया के संग ।।
लहँगा तेरा घूम-घूमैला, अँगिया तेरी तंग।
खसम तुम्हारे बड़े निखडू, चलो हमारे संग।
बिरज में होली कैसे खेलू री, मैं साँवरिया के संग ।।
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